How to Manage Irritable Bowel Syndrome (IBS) वातज-ग्रहणी / क्षुब्धान्त्र का उपचार कैसे करें :-
वातज-ग्रहणी/क्षुब्धान्त्र/आन्त्रक्षोभ (IBS) का आयुर्वैदिक उपचार निम्न रीति से किया जा सकता है -
1. आन्त्र-बल्य (Drugs that strengthen Intestines) औषधियों का प्रयोग करें:
• पञ्चामृत-पर्पटी
• अतिविषा (Ativisha)
• अभ्रक (Biotite)
• शंख (Conch) - भस्म
• मुस्तक - मुस्तकारिष्ट,
• शिलाजतु (Shilajatu) - शुद्ध,
2. मनोबल्य (Anti-depressant) औषधियों का प्रयोग करें:
• ज्योतिष्मती (Jyotishmati) - ज्योतिष्मती तैल,
• अकरकरा (Akarkara) - अकरकरा टैब्लॅट,
• वचा (Vacha) - वचा टैब्लॅट,
• अश्वगन्धा (Ashwagandha) - अश्वगन्धा चूर्ण, अश्वगन्धा-घन टैब्लॅट,
• कपिकच्छू (Kapikachhu) - कपिकच्छू-घन टैब्लॅट,
3. आमविषहर (Immuno- modulator) औषधियों का प्रयोग करें:
• अश्वगन्धा (Ashwagandha)
• भूम्यामलकी (Bhumi-amalaki)
• भल्लातक (Bhallatak)
• गुडूची (Guduchi)
• तुलसी (Tulasi)
• सुवर्ण (Gold)
4. मनोशामक (Sedative) औषधियों का प्रयोग करें:
• तगर (Tagar) - तगर चूर्ण, तगर-घन टैब्लॅट,
• ब्राह्मी (Brahmi) - ब्राह्मी चूर्ण, ब्राह्मी वटी, ब्राह्मी-घन टैब्लॅट,
• मण्डूकपर्णी (Mandukparni) - मण्डूकपर्णी चूर्ण, मण्डूकपर्णी-घन टैब्लॅट;
• शंखपुष्पी (Shankhpushpi) - शंखपुष्पी चूर्ण, शंखपुष्पी-घन टैब्लॅट;
• अश्वगन्धा (Ashwagandha) - अश्वगन्धा चूर्ण, अश्वगन्धा-घन टैब्लॅट,
5. मृदु विरेचन (Laxative) औषधियों का प्रयोग करें:
विबन्ध होने पर निम्न औषधियों को प्रयोग करें -
• हरीतकी (Haritaki) - हरीतकी चूर्ण, हरीतकी-घन टैब्लॅट);
• सनाय (Sanay) - सनाय-पत्र चूर्ण, पञ्चसकार चूर्ण;
• ईसबगोल (Isabgol);
• एरण्डतैल (Castor oil);
• त्रिवृत्त (Trivirtta)।
6. संकोचहर (Antispamodic) औषधियों का प्रयोग करें:
उदरशूल होने पर निम्न औषधियों को प्रयोग करें -
• तगर (Tagar) - तगर चूर्ण, तगर-घन टैब्लॅट,
• पारसीक यवानी (Parsika-yavani)
• जातीफल (Jatiphal)
• पिप्पलीमूल (Pippalimula) चूर्ण;
• पौदीनक-सत्व (Podinaka-sattva);
• कर्पूर-सत्व (Karpura-sattva);
• यवानी-सत्व (Yavani-sattva);
• शुण्ठी (Shunthi) - शुण्ठ्यादि चूर्ण, शुण्ठी-घन टैब्लॅट,
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