मनो-अवसाद का आयुर्वेद उपचार कैसे करें?How to Manage Mental Depression?

मनो-अवसाद का आयुर्वेद उपचार कैसे करें?
How to Manage Mental Depression?

मनो-अवसाद (Mental Depression) में निम्न औषधियों से काफी अधिक लाभ मिलता है - 


>ज्योतिष्मती
>अकरकरा,
>वचा, 
>गण्डीर

ये औषधियाँ मस्तिष्क में डोपामीन (Dopamine) व सैरोटोनिन (Serotonin) जैसे मस्तिष्क को बल देने वाले, व मन को मज़बूत करने वाले रसायनों (Biochemicals) की उत्पत्ति व स्राव बढ़ाते हुए डिप्रैशन कम करती हैं। 

परन्तु, यदि मनो-अवसाद (डिप्रैशन) बहुत अधिक हो व उपरोक्त औषधियाँ वांछित लाभ न दे सकें तो ऐसी अवस्था में, इनके साथ निम्न औषधियाँ देने से वांछित लाभ मिल सकता है - 

>अश्वगन्धा,
>कपिकच्छु, 
>शिलाजतु, 
>यशद 

आयुर्वेद की ये चार महत्वपूर्ण औषधियाँ से अनेकों प्रकार के हठीले व गम्भीर रोगों में काफी अधिक लाभ देता है। 
इन्हीं रोगों में मनो-अवसाद (डिप्रैशन) भी शामिल है।  प्रथम औषध योग के साथ मिला कर देने से लाभ शीघ्रता से व श्रेष्ठतर आता है।

मनो-अवसाद (डिप्रैशन) के रोगी को चिन्ता (Anxiety) का होना एक सामान्य बात है।  किन्तु, कभी-कभी चिन्ता इतनी अधिक बढ़ जाती है कि रोगी परेशान हो उठता है। ऐसे में रोगी को चिन्ता कम करने वाली औषधियों की आवश्यकता होती है, जिनमें मुख्य हैं -

>ब्राह्मी, 
>तगर, 
>शंखपुष्पी, 
>मण्डूकपर्णी, 
>जटामांसी, 
>पारसीक यवानी

इनमें से ब्राह्मी, तगर का योग काफी अच्छे परिणाम देता है|

आयुष चिकित्सकों की जानकारी के लिए जारी :-
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