एक कदम सफलता की ओर....

एक कदम सफलता की ऒर........
सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार के शब्दों  के संग......

समस्याओं के प्रति नजरिया
बदलकर उपलब्धियों की
संख्या बढ़ाई जा सकती है।

बरगद का वृक्ष बहुत ही विशालकाय होता है, उसकी शाखाओं से भी नए और विशाल वृक्ष उग आते हैं। पर कभी आपने सोचा है कि इस विशाल
वृक्ष की शुरुआत एक छोटे से बीज से होती है पर किसी भी बीज को पनपने में उसके आसपास के वातावरण का बहुत महत्व होता है। 
आप एक प्रयोग कर सकते हैं, किसी भी विशाल वृक्ष के तीन बीज लीजिए। एक को गमले में बोइए, दूसरे को  घर के आंगन में और तीसरे को किसी खुली जगह पर।

समय बीतने के साथ आप देखेंगे की पौधा गमले में कुछ ही ऊंचाई तक पहुंच पाता है, आंगन वाला उससे कुछ बड़ा पर खुली जगह में बोया बीज वृक्ष के रूप में विशाल आकार ले लेता है।
 ठीक इसी तरह हमारे जीवन की सफलता पर भी वातावरण का बहुत प्रभाव होता है। आपके आसपास का वातावरण आपके विकास को प्रभावित करता है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि अपने आसपास के माहौल को अनुकूल कैसे रखा जाए। 
अगर आपका विकास हो रहा है तो जिंदगी में बदलाव आएगा। पर बिना जिंदगी को बदले और बिना अपने आसपास के माहौल को बदले बहुत ज्यादा विकास संभव नहीं है। 
जीवन में बड़ी सफलता और विकास के लिए माहौल को बदलना जरूरी है। जीवन में बहुत सी चीजें होती हैं जिन्हें हम बदल नहीं सकते। अपने जन्म को, जन्म देने वालों को; रंग और रूप को नहीं बदल सकते, यह बहुत बड़ी सच्चाई है। पर हम अपने नजरिये को जरूर बदल सकते हैं। जिस दिन हम जीवन में आने वाली समस्याओं के प्रति अपना नजरिया बदल देंग उस दिन संभावनाओं के अनंत दरवाजे खुल जाएंगे। इस बात का ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि बदलाव सिर्फ इसलिए जरूरी नहीं है कि कुछ बदलना चाहते हैं, बल्कि इसलिए जरूरी है कि यह हमारे विकास के लिए बहुत आवश्यक है। 
यह याद रखें
कि अगर आप अपने आप को बदल रहे हैं पर आपके आसपास का माहौल नहीं बदल रहा तो आपके विकास की गति धीमी होगी। ऐसे ही अगर अपने आसपास के माहौल को बदल दें पर अपने आपको नहीं बदलें तो भी आपका विकास रफ्तार नहीं पकड़ पाएगा। बड़ी सफलता हासिल करने के लिए अपने आपको तो बदलें ही साथ ही अपने वातावरण को भी बदलें। आपके विकास
की गति अपने आप बढ़ जाएगी। 
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रफेसर डेविड किसी
के आसपास रहने वाले लोगों को रेफेरेंस ग्रुप कहते हैं। उन्होंने कहा था कि आपका विकास आपके रेफेरेंस ग्रुप पर बहुत ही ज्यादा निर्भर करता है। ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं जो आपसे ज्यादा जानकार हैं, आपसे ज्यादा सफल हैं और आपसे ज्यादा सकारात्मक हैं। वे लोग आपको बताएंगे कि
क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
 सफलता की राह पर अकेले चल कर आप
अपनी क्षमता का पूरा प्रदर्शन नहीं कर सकते। हर दिन आपको देखना होगा कि आपके अंदर कितना बदलाव आया और आपके आसपास के वातावरण
में कितना बदलाव आया।
 मदर टैरेसा कहती थीं कि जो बीत गया वह लौट
नहीं सकता और आने वाला कल कोई देख नहीं सकता, आपके पास सिर्फ आज है इसलिए अपने आज को जितना बेहतर बना सकते हैं बनाएं।..........….....😊

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